यह तिरंगा
यह तिरंगा हमारा सहारा,
लाल हम धरती के दुलारे।
गीत गाते हुये मुस्कराते
शान में शीश इसकी चढ़ाते,
धर्म भी है यही कर्म भी है
है मनुजता भरा राग न्यारा,
लाल हम धरती के दुलारे।
यह वतन एक शिक्षा सदन है
शान्ति का पाठ ही पाठ्यक्रम है,
नेह करूणा क्षमा से भरे मन
बिम्ब इसका चमकता सितारा,
लाल हम धरती के दुलारे।
आइये इस धरा को सजायें
हम सभी को गले से लगायें
शान इसकी सही मान इसका
हम बहायें यहाँ प्रीति धारा
लाल हम धरती के दुलारे।
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