Friday, January 18, 2008

चूहे की बरात

चूहे की जा रही बरात!
बन्दर मामा भी हैं साथ!!
हाथी चलता आगे आगे!
घोड़ा सर-सर-सर-सर भागे!!

ऊँट चल रहा लंबी चाल!
भालू राजा करें कमाल!!
श्वान बजाये भों-भों बाजा!
नाच रहें हैं भालू राजा!!

पहन लिया कुर्ता पैजामा!
लगे नाचने बन्दर मामा!!
जुगुनू चमचम करे प्रकाश!
हुआ खूब हास-परिहास!!

तब तक हो गई आधी रात!
पहुँच गई द्वारे बरात!!
खूब सजा चुहिया का द्वार!
हुआ बहुत स्वागत सत्कार!!

चुहिया ने डाला जयमाल!
बजीं ताडियाँ गूँजा हाल!!
तब बोली चूहे की दादी!
किया दहेज़ बिना यह शादी!!

- जयनारायण शुक्ल 'ज्ञानेश'

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