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Tuesday, January 29, 2008
पल पल तरसे थे उस पल के किये,
पल आया भी तो कुछ पल के लिए,
सोचा था उसे जिन्दगी का हसीन पल बना देंगे,
पर वो पल रुका भी तो बस एक पल के लिए।
1 comment:
eunnao
January 29, 2008 at 2:49 AM
इस पल की तमन्ना को चलो कुछ और वक़्त देते हैं,
शायद ये वो पल नही था जिसकी हमने तमन्ना की थी।
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इस पल की तमन्ना को चलो कुछ और वक़्त देते हैं,
ReplyDeleteशायद ये वो पल नही था जिसकी हमने तमन्ना की थी।