खाता झटपट अपना खाना॥
टॉफी, बिस्कुट का शौकीन।
लेता सबकी चीजें छीन॥
दौड़-दौड़ कर आगे बढ़ता।
उछल-उछल कर ऊपर चढ़ता॥
उसको जब पड़ती है डांट।
हाथ-पैर वह लेता चाट॥
बिल्ली देख उसे घबराती।
कभी नही वह घर में आती॥
घर-बाहर का भी है नामी।
ऐसा है मेरा यह टॉमी॥
- अनिल किशोर शुक्ल 'निडर'
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