देश के नौनिहालों !
योगियों, 
कवियों,
चिन्तको,
समाज-सुधारकों, 
आओ, देखो अपना देश 
प्यारा-न्यारा भारत देश
राजा-रानी वाला देश
सजना-सजनी वाला देश
सुधियाँ-सपनों वाला देश
परियों-हूरों वाला देश
चिन्तन-मनन वाला देश 
विक्रम वीरों वाला देश 
गौरव-महिमा वाला देश
कौरव-पाण्डव वाला देश
यानी सबका सब अतीत 
जो सब कुछ गया बीत
उसकी गाथा गाते हम
छूटे वर्तमान की दम !
कैसा अब भविष्य होगा -
इसका क्या होना है गम ?
यदि सचमुच होता गम 
पलकें अपनी कर लो नम 
हर दरवाजा मुँह बाए है 
आये जाये खुलकर यम् ?
बढकर कुछ उपचार करो
आगे बढ उपचार करो
नर नारायण प्यार करो
कहीं उदासी रह ना जाये 
जो बन पड़े विचार करो !!
 
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