eSetu.Net Backup Blog
Saturday, March 17, 2007
हर ख़ुशी तेरी तरफ मोड़ दूं,
तेरे लिए चांद तारे तोड़ दूं,
खुशियों के दरवाजे तेरे लिए खोल दूं,
इतना काफी हैं या दो चार और झूठ और बोल दूं।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment