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Friday, March 23, 2007
मुझे दर्द - ए - दोस्ती का मज़ा मालूम है,
दर्द - ए - दिल की इन्तहा मालूम है,
जिन्दगी में कभी मुस्कुराने की दुआ मत करना,
मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है।
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